धनु राशि वालों के लिए सितम्बर का महीना करियर में अवसर और चुनौतियाँ दोनों लेकर आएगा। नौकरीपेशा जातकों को इस समय अपनी मेहनत और लगन का उचित फल मिलेगा। वरिष्ठ अधिकारियों की नज़र में आपकी छवि मजबूत होगी और आपके काम की सराहना होगी। कुछ जातकों को पदोन्नति या जिम्मेदारी से जुड़ा नया अवसर भी मिल सकता है। हालांकि, महीने की शुरुआत में मंगल दशम भाव में रहकर शनि की दृष्टि के कारण कार्यस्थल पर विवाद या बहस की स्थिति बन सकती है। ऐसे में आपको गुस्से पर काबू रखना होगा और शांतिपूर्वक स्थितियों को संभालना होगा। 13 सितम्बर के बाद मंगल एकादश भाव में जाएंगे, जिससे कार्यक्षेत्र में आपको अच्छा सहयोग मिलेगा और आपकी टीम भी आपका साथ देगी। व्यापार करने वाले जातकों को नए अवसर मिलेंगे। साझेदारी में काम कर रहे लोग अपने साथियों के सहयोग से व्यवसाय को विस्तार देंगे। विदेश से जुड़े कारोबार में भी लाभ के संकेत हैं। आपकी संवाद क्षमता और संपर्कों की ताकत इस समय आपके लिए बड़ा हथियार बनेगी। कुल मिलाकर, यह महीना करियर में प्रगति देने वाला तो रहेगा, लेकिन संयम और समझदारी बनाए रखना आवश्यक होगा।
आर्थिक रूप से सितम्बर का महीना धनु राशि वालों के लिए सकारात्मक परिणाम देने वाला रहेगा। महीने की शुरुआत में शुक्र अष्टम भाव में रहेंगे, जिससे कुछ गुप्त या अप्रत्याशित खर्च सामने आ सकते हैं। हो सकता है आप परिवार या निजी कारणों से कुछ अतिरिक्त धन खर्च करें। हालांकि, दूसरी ओर राहु तीसरे भाव में बैठकर आपको मेहनत और प्रयासों से धन अर्जित करने के अवसर देंगे। 13 तारीख से मंगल के एकादश भाव में आने से आय में तेजी आएगी और नए स्रोतों से भी लाभ मिल सकता है। शनि का चतुर्थ भाव में होना पारिवारिक संपत्ति या घर से जुड़े मामलों में लाभ दिला सकता है। बृहस्पति सप्तम भाव में रहकर आर्थिक स्थिरता प्रदान करेंगे और साझेदारी या व्यापार से जुड़े कार्यों में आय बढ़ाएंगे। 15 से शुक्र के नवम भाव में और 17 से सूर्य के दशम भाव में आने से आमदनी और प्रतिष्ठा दोनों में वृद्धि होगी। खर्चों पर नियंत्रण बनाए रखना ज़रूरी होगा क्योंकि इस समय धन का आवागमन लगातार रहेगा। यदि आप योजनाबद्ध ढंग से आगे बढ़ें और निवेश सोच-समझकर करें, तो यह महीना आर्थिक रूप से संतोषजनक साबित होगा।
स्वास्थ्य के मामले में यह महीना धनु राशि वालों के लिए औसत रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में शुक्र अष्टम भाव में रहेंगे, जिससे छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएँ परेशान कर सकती हैं। खानपान पर ध्यान न देने से पेट संबंधी दिक्कतें, एसिडिटी या पाचन से जुड़ी समस्याएँ सामने आ सकती हैं। सूर्य, बुध और केतु का नवम भाव में होना यात्रा से जुड़ी थकान और तनाव बढ़ा सकता है। हृदय और जोड़ों से संबंधित तकलीफें भी हो सकती हैं, इसलिए सावधानी जरूरी है। महीने के मध्य से स्वास्थ्य में सुधार की संभावना है। 13 तारीख के बाद मंगल के एकादश भाव में आने से ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ेगा। 15 तारीख से शुक्र और 17 तारीख से सूर्य के अनुकूल स्थिति में आने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा। इस दौरान नियमित व्यायाम, योग और प्राणायाम करने से आप खुद को स्वस्थ रख पाएंगे। महीने की शुरुआत से ही दिनचर्या और आहार को संतुलित बनाए रखना आवश्यक है। यदि पुरानी बीमारी है, तो लापरवाही न करें और समय-समय पर डॉक्टर की सलाह लेते रहें।
प्रेम और पारिवारिक जीवन इस महीने उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। प्रेम संबंधों में शुरुआत थोड़ी चुनौतीपूर्ण रह सकती है। मंगल की दृष्टि प्रेम भाव पर पड़ने से प्रियतम के साथ मतभेद या गुस्से की स्थिति बन सकती है। आपको अपने रिश्ते में धैर्य और परिपक्वता दिखानी होगी। हालांकि, 13 सितम्बर के बाद स्थितियाँ बेहतर होंगी और प्रियतम के साथ निकटता बढ़ेगी। महीने के उत्तरार्ध में शुक्र नवम भाव में जाकर आपके रिश्ते में रोमांस और मधुरता लाएंगे। विवाहित जातकों के लिए बृहस्पति सप्तम भाव में रहकर रिश्तों को स्थिर और मजबूत बनाएंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा और एक-दूसरे के प्रति सम्मान बढ़ेगा। पारिवारिक जीवन की बात करें तो, शनि चतुर्थ भाव में रहकर घरेलू वातावरण में कुछ तनाव ला सकते हैं। माता-पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक होगा। भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा और आपस में साथ मिलकर कार्य करने का अवसर मिलेगा। घर से जुड़ी किसी संपत्ति या भूमि से संबंधित चर्चा आगे बढ़ सकती है। महीने के अंत तक परिवार का माहौल धीरे-धीरे अनुकूल हो जाएगा और रिश्तों में सामंजस्य बढ़ेगा।