सूर्य और शनि की युति: क्या कुंभ राशि में सूर्य का गोचर आपके लिए लाभदायक है?
सभी ग्रहों के देवता ग्रह सूर्य, सभी राजसी गुणों को भी प्रदर्शित करता है। सूर्य की कृपा के बिना कोई भी व्यक्ति जीवन में करियर के संदर्भ में शीर्ष स्थान पर नहीं पहुंच सकता है। कुंडली में एक मजबूत सूर्य की स्थिति जीवन में सभी आवश्यक संतुष्टि, उत्तम स्वास्थ्य और तेज दिमाग व्यक्ति को प्रदान करती है।
अगर सूर्य किसी व्यक्ति की कुंडली में मजबूत स्थिति में हो तो, सूर्य व्यक्ति को कमजोर स्थिति से मजबूत स्थिति में ले जाने की क्षमता भी रखता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य अनुकूल स्थिति में होता है तो यह उनके रोजगार के क्षेत्र में पहचान दिलाने वाला सिद्ध होता है।
हालांकि वहीं इसकी विपरीत अगर सूर्य राहु, केतु या मंगल जैसे ग्रहों के साथ उपस्थित हो तो इसका अनुकूल प्रभाव व्यक्ति के जीवन में नहीं पड़ता है जिससे व्यक्ति को कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
कुंभ राशि शनि द्वारा शासित राशि है। सूर्य शनि के विपरीत होते हैं इसीलिए कुंभ राशि में सूर्य के गोचर के दौरान सूर्य किसी व्यक्ति को जो परिणाम देते हैं वह इतने शुभ सिद्ध नहीं होते हैं। इस दौरान जातकों को संपत्ति संबंधित समस्याएं उठानी पड़ सकती हैं, अपने पिता और बड़ों से बात विवाद या फिर कार्यक्षेत्र से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।
हालाँकि कुछ जातकों के लिए कुंभ राशि में सूर्य का गोचर व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति के आधार पर शुभ भी हो सकता है तथा अन्य व्यक्तियों के लिए कुंभ राशि में सूर्य का गोचर उतना अनुकूल नहीं भी सिद्ध हो सकता है। सूर्य का यह महत्वपूर्ण गोचर 13 फरवरी 2024 को 03 बजकर 31 मिनट पर होने वाला है।
मेष राशि पर प्रभाव a
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पंचम का स्वामी होकर एकादश भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर मेष राशि के जातकों के लिए शुभ सिद्ध हो सकता है। आमतौर पर सूर्य के गोचर के दौरान आपको अपने प्रयासों में सफलता मिलेगी।
करियर के क्षेत्र की बात करें तो, आपको उसमें सफलता मिल सकती है तथा जो लोग सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे हैं उन्हें सरकारी नौकरी भी प्राप्त हो सकती है। नौकरी के संबंध में आपकी विदेश यात्रा भी होने की संभावना है। आपकी ऊर्जा का स्तर और आत्मविश्वास शिखर पर नजर आएगा और इसके साथ-साथ आप अपने व्यवसाय के क्षेत्र में कई उपलब्धियां भी हासिल करेंगे।
आपके जीवन साथी के साथ आपका संबंध मजबूत होगा। अगर आप किसी के साथ प्रेम में है तो इस गोचर के दौरान आप वैवाहिक बंधन में बंध सकते हैं।
स्वास्थ्य संबंधी समस्या में आपके पैरों में दर्द, जोड़ों में अकड़न जैसी छोटी मोटी समस्या लगी रह सकती है।
उपाय: प्रतिदिन प्रातःकाल स्नान के बाद 21 बार 'ॐ सूर्याय नमः' मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि पर प्रभाव b
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव के स्वामी होकर दशम भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर अच्छे और बुरे दोनों ही तरह के परिणाम वृषभ राशि के जातकों को प्रदान करने वाला है। आपको विदेश में संपत्ति खरीदने का अवसर प्राप्त हो सकता हैं साथ ही आपको विदेश में पढ़ाई करने के मौके भी मिलने वाले हैं।
इस गोचर के दौरान आप अपने करियर के क्षेत्र में भाग्यशाली सिद्ध होंगे और आपको अपनी नौकरी के संबंध में नए अवसर प्राप्त होने वाले हैं। इस गोचर के दौरान आप अपनी नौकरी के संबंध में सफलता प्राप्त करेंगे। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और अगर आप विदेश में व्यवसाय कर रहे हैं तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी। आप एक मजबूत प्रतियोगी के रूप में उभरेंगे और अपने प्रतिस्पर्धियों को उचित प्रतिस्पर्धा भी देंगे। व्यवसाय में आप जिन अनूठी रणनीतियों का पालन कर रहे हैं वह आपके लिए अनुकूल सिद्ध होगी।
आर्थिक क्षेत्र की बात करें तो आपको अच्छी मात्रा में धन लाभ होगा। आपको कड़ी मेहनत के लिए ज्यादा प्रोत्साहन और मान्यता भी मिलने वाली है। इसके साथ ही आप विरासत और अन्य अप्रत्याशित स्रोतों से भी पैसे कमा सकते हैं।
आप अपने जीवन साथी के साथ अपना संबंध अनुकूल बनाए रखने में कामयाब होंगे। आप अपने जीवनसाथी के प्रति प्रेम व्यक्त करने में ईमानदारी रखते हैं। इस गोचर के दौरान आप उच्च और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करेंगे। परिवार में आपकी स्थिति काफी अच्छी नजर आएगी। उच्च स्तर की रोग प्रतिरोधक क्षमता तथा मन की शांति के कारण इस गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है।
उपाय: सूर्य की कृपा बनाएं रखने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
मिथुन राशि पर प्रभावc
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे भाव का स्वामी होकर नवम भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर के परिणाम स्वरुप आपको अपने करियर के संबंध में विकास तथा भाग्य का साथ मिलेगा। लंबी दूरी की यात्रा से आपको सफलता प्राप्त हो सकती है।
करियर की बात करें तो अगर आप नौकरी से जुड़े है तो इस गोचर के दौरान आपको सफलता हासिल होगी। आप अपनी नौकरी के संबंध में उल्लेखनीय प्रगति देख पाएंगे। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो यह गोचर आपके लिए अच्छा मुनाफा कमाने का उद्देश्य पूरा करेगा। अगर आप विदेशी मुद्रा का व्यवसाय कर रहे हैं तो यह गोचर अवधि आपके लिए अनुकूल सिद्ध होगी।इस गोचर के दौरान भाग्य भी आपका साथ देगा।
आप अपने जीवनसाथी के साथ अपने संबंध को मजबूत बनाए रखने की पूरी कोशिश करेंगे। इसके अलावा आप दोनों बातचीत के माध्यम से अपने संबंध को और अधिक मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे। आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है, आपको घुटनों में दर्द और पैरों में दर्द जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: सूर्य देव की कृपा बनाए रखने के लिए गाय की सेवा करें। प्रतिदिन गाय को भोजन करवाना भी लाभकारी सिद्ध होगा।
कर्क राशि पर प्रभाव d
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी है तथा इस गोचर के दौरान अष्टम भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर के परिणाम स्वरुप आपके जीवन में तनाव और चिंता का स्तर बढ़ने की आशंका है। तनाव के कारण आपकी प्रगति में गिरावट भी हो सकती है।
आपको इस गोचर के दौरान अपनी नौकरी के संबंध में कम संतुष्टि प्राप्त होगी। इस गोचर के दौरान आप पर काम का दबाव बढ़ने वाला है जो कभी-कभी आपके नियंत्रण से बाहर हो सकता है। आपको अपनी नौकरी के संबंध में अपने दृष्टिकोण में धैर्य रखने की आवश्यकता पड़ेगी।
अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित है तो सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको अपने व्यवसाय को सतर्कता के साथ संचालित करना होगा नहीं तो आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है।
सूर्य का कुम्भ राशि में गोचर के कारण आपके जीवनसाथी के साथ आपका अहंकार संबंधी वाद विवाद होने की संभावना है। अपने जीवनसाथी के साथ संबंध को मजबूत बनाने के लिए आपको उनके साथ बैठकर बात करनी चाहिए, उनके दृषिकोण को समझना होगा तभी आपके संबंध मजबूत हो सकते हैं। स्वास्थ्य की बात करें तो आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या नहीं होगी लेकिन छोटी मोटी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचर के दौरान सबसे महत्वपूर्ण है कि आप अपनी आंखों का विशेष ध्यान रखें अन्यथा इससे संबंधित कोई बड़ी परेशानी का सामना आपको करना पड़ सकता है।
उपाय: ॐ घृणी सूर्याय नमः मंत्र का 108 बार जाप करना भी आपके लिए शुभ सिद्ध होगा।
सिंह राशि पर प्रभाव e
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य प्रथम भाव के स्वामी होकर सप्तम भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर के परिणाम स्वरूप इस दौरान आपके मित्रों के साथ संबंध में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको इस दौरान अपने व्यावसायिक साझेदारों के साथ भी परेशानियां उठानी पड़ सकती है। आपको अपने सहकर्मियों के साथ संबंध को मजबूत बनाने के लिए आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आप व्यवसाय कर रहे हैं तो संभावना है कि आपको कुछ हानि का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप अपने व्यवसाय की योजना में कुछ सुधार करें तो उससे आपके व्यवसाय में कुछ सुधार होने की संभावना होगी। सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको लाभ तो होगा किंतु आपको अचानक ही किसी बड़े खर्च का भी सामना करना पड़ सकता है।
आपको अपने जीवन साथी के साथ अहंकार संबंधित कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और यह आप दोनों के बीच किसी गलतफहमी के कारण संबंध में मतभेद भी हो सकता है। अतः एकदूसरे के साथ बातचीत करके इस समस्या का समाधान करें।
इस गोचर के दौरान आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम रहेगी जिस कारण आपको आने वाले समय में कुछ समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अपने स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखने के लिए ध्यान तथा योग करें।
उपाय: जरूरतमंदों को उनकी जरुरत के अनुसार वस्तुओं का दान करें।
कन्या राशि पर प्रभाव f
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य द्वादश भाव के स्वामी होकर षष्टम भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर के परिणाम स्वरुप आपको इस दौरान विरासत से अप्रत्याशित लाभ प्राप्त होने की संभावना है। आपकी आय में वृद्धि इस दौरान हो सकती है। आप अपनी नौकरी में सहजता और स्थिरता प्राप्त करेंगे। आपको अपने करियर के संबंध में विदेश यात्रा के अच्छे अवसर भी प्राप्त होंगे।
व्यावसायिक क्षेत्र की बात करें तो अगर आप व्यवसाय कर रहे हैं तो इस दौरान आपको उच्च स्तर का लाभ मिलेगा और इससे आप व्यवसायिकता और इच्छा शक्ति के कारण प्राप्त करने में कामयाब होंगे। इस दौरान आपको धन लाभ होगा, जिससे आप धन संचित करने में सक्षम होंगे। आप अपने जीवन साथी के साथ अच्छे और अनुकूल संबंध बनाए रखने में ईमानदारी दिखाएंगे आपके द्वारा बनाए गए ईमानदार रवैया आपके संबंध में मजबूती आएगी।
स्वास्थ्य की बात करें तो सूर्य का कुंभ राशि में गोचर आपको अच्छे स्वास्थ्य का वरदान प्रदान करेगा। इस दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। केवल आपको अपने मन को शांत रखने के लिए प्रतिदिन ध्यान तथा योग करना होगा।
उपाय: रविवार के दिन सूर्य देव की आराधना करें। सूर्य को अर्ध्य अर्पित करें।
तुला राशि पर प्रभाव g
तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य एकादश भाव में स्वामी होकर पंचम भाव में गोचर करेंगे। आपको अपने जीवन में सुख सुविधाओं की कमी का भी सामना करना पड़ सकता है। अगर आप अपने करियर के संबंध में विदेश में स्थानांतरित होते हैं तो आपको लाभ प्राप्त होगा।
अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हैं तो इस गोचर के दौरान आपको लाभ प्राप्त हो सकता है। आपको अपने परिवार के साथ चल रही कुछ समस्या के कारण इसका प्रभाव आपके संबंध पर भी पड़ सकता है। इस गोचर के दौरान आपको धन कमाने के अवसर तो प्राप्त होंगे ही साथ ही आपको अचानक खर्च का भी सामना करना पड़ सकता है।
अतः बचत करना आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। स्वास्थ्य के बात करें तो आपको थोड़ा सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस गोचर के दौरान आपको अपनी माता के स्वास्थ्य पर और अपने पूरे परिवार के स्वास्थ्य पर पैसे खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: तांबे के बर्तन से उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें। इससे आपके जीवन में शांति बनी रहेगी।
वृश्चिक राशि पर प्रभाव h
सूर्य आपके दशम भाव के स्वामी है तथा चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर आपके जीवन में तनाव उत्पन्न कर सकता है। इस गोचर के दौरान आप पर नौकरी का दबाव भी ज्यादा रहने वाला है और इस गोचर के दौरान आप काम की तरफ ज्यादा झुकाव रखते दिखेंगे।
इस गोचर के दौरान आपको बेहतर संभावनाओं के लिए अपनी नौकरी बदलने की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। सूर्य के कुंभ राशि में गोचर के दौरान आपको अधिक धन कमाने का मौका प्राप्त नहीं होगा जिसकी वजह से आपका बचत भी ठीक से नहीं हो पायेगा।
इस गोचर के दौरान आप अपने जीवन साथी के साथ अपने संबंध को मजबूत बनाने में सक्षम होंगे। सूर्य के इस गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। आपके पैरों और जांघों में दर्द की शिकायत हो सकती है जो आपके अंदर मौजूद प्रतिरक्षा की कमी के कारण उत्पन्न होने की संभावना है। आपको अपने दिनचर्या पर ध्यान देना होगा ताकि आप अपनी प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ा सकें।
उपाय: सूर्य देव को अपने पूजा के दौरान मीठी वस्तुओं का भोग लगाएं।
धनु राशि पर प्रभाव i
सूर्य के इस गोचर के दौरान जातकों के लिए नवम भाव के स्वामी होकर तृतीय भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर आपको भाग्य का साथ दिलाएगा। आपको विदेशी स्रोतों से धन कमाने के मौके भी प्राप्त हो सकते हैं। करियर की बात करें तो आप अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे। आपको प्रोत्साहन और पदोन्नति भी मिलने वाली है। सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको लाभ प्राप्त होगा।
आर्थिक पक्ष की बात करें तो आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आपके जीवन में धन का प्रभाव बना रहेगा। सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको शेयर और अन्य अप्रत्याशित स्रोतों से धन लाभ भी हो सकता है।
आप अपने जीवन साथी के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने में सफल रहेंगे। इस गोचर के दौरान आपके जीवनसाथी के साथ आपका तालमेल बढ़ेगा। आप दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह से समझेंगे और आप दोनों के बीच प्रेम बढ़ेगा। स्वास्थ्य की बात करें तो इस दौरान आपकी बढ़ी हुई प्रतिरक्षा क्षमता ही आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल साबित होगी।
उपाय: गायत्री मंत्र का पाठ करने में भी सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। अतः आप प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें।
मकर राशि पर प्रभाव j
मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य अष्टम भाव के स्वामी होकर द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुम्भ राशि में गोचर आपके मन में कुछ असुरक्षा की भावनाओं उत्पन्न कर सकता है। जो आपके विकास की राह में रुकावट का कारण बनेगी। आपको नौकरी में बदलाव या रणनीतियों में बदलाव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको अप्रत्याशित रूप से विदेश यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है। इस गोचर के दौरान आपको अपने वरिष्ठ और सहकर्मियों के साथ कुछ प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ सकता है। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस गोचर के दौरान आपको ना ही ज्यादा लाभ मिलेगा और ना ही अधिक हानि का सामना करना पड़ेगा।
वैवाहिक संबंध में समझ की कमी तथा सामंजस्य पूर्ण व्यवहार की कमी के कारण आप दोनों के संबंध में अवांछित बहस हो सकती है। अगर आप अपने संबंध को ठीक करना चाहते हैं तो आपको एक-दूसरे के साथ बातचीत कर के मतभेद को दूर करने की कोशिश करनी चाहिए। इस गोचर के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। अगर आपको किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें।
उपाय: रविवार के दिन व्रत रखें। कोशिश करें कि उस दिन आप नमक वाली चीजों को ग्रहण न करें।
कुंभ राशि पर प्रभाव k
कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य सप्तम भाव के स्वामी होकर प्रथम भाव में गोचर करेंगे। अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो भी आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचर के दौरान आपके जीवनसाथी के साथ आपके संबंध में मतभेद का सामना करना पड़ सकता है। आपको अचानक से नौकरी में बदलाव और सहकर्मियों से परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। बेहतर संभावनाओं के लिए आप नौकरी बदलने का भी विचार कर सकते हैं।
अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो दौरान आपको अत्यंत मेहनत करना पड़ सकता है क्योंकि आपको अपेक्षित लाभ इस दौरान प्राप्त नहीं हो पाएगा। आपको अपने व्यवसाय के संबंध में अपने प्रतिस्पर्धियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपने मित्रों को पैसे उधार भी देना पड़ सकता है। ऐसी संभावना है कि यह पैसे आपको फिर वापस ना मिले जिस कारण आपको अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बैंक से पैसे उधार लेने पड़े।
आपके जीवनसाथी के बीच सामंजस्य की कमी के कारण आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता है। आपके लिए अपने जीवन साथी के साथ उचित तालमेल बिठाना और आपसी समायोजन करना बेहद ही आवश्यक है। स्वास्थ्य की बात करें तो आपको अपने जीवन साथी या मित्रों के स्वास्थ्य के खराब होने की वजह से आपको उसपर बहुत पैसा खर्च करना पड़ सकता है और यह आपके लिए चिंता का कारण बनेगा।
उपाय: प्रतिदिन सूर्य देव को प्रातःकाल अर्ध्य अर्पित करें।
मीन राशि पर प्रभाव l
मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य षष्टम भाव के स्वामी होकर द्वादश भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का कुंभ राशि में गोचर आप में असुरक्षा की भावना और आत्मविश्वास की कमी उत्पन्न कर सकता है। इस अवधि के दौरान आप तनाव से घिरा हुआ महसूस कर सकते हैं।
इस गोचर के दौरान काम को लेकर आपके जीवन में संतुष्ट की कमी हो सकती है। इस राशि के दौरान जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उन्हें इस दौरान लाभ प्राप्त हो सकता है। आप इस गोचर के दौरान औसत धन कमाते नजर आएंगे। इस गोचर के दौरान आप जो भी पैसा कमाएंगे वो जल्द ही समाप्त हो सकता है।
आप अपने जीवनसाथी के साथ संबंधों को मजबूत बनाए रखने में असफलता प्राप्त हो सकती है। स्वास्थ्य की बात करें तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने का खतरा हो सकता है जिस कारण से आपको अपने शरीर में कुछ परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: सूर्य की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए जरूरतमंदों को लाल तथा पीले वस्त्र का दान करें।
Share article:
और देखें
वैदिक ज्योतिष
नवमांश कुंडली: आपकी राशि के 9वें भाव का अंश D9
कुंडली मिलान
क्या 36 गुणों का मिलना ही सुखी व सफल विवाह की गारंटी है?
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि में रुद्राभिषेक: क्या आप जानते हैं कि महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व क्यों हैं ?
वैदिक ज्योतिष
सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: जानिए इसके आपके राशि पर क्या प्रभाव होगा
धनतेरस
धनतेरस 2023: धन, धान्य और धरोहर के आशीर्वाद का पर्व
24 घंटे के अंदर पाएं अपना विस्तृत जन्म-कुंडली फल उपाय सहित
आनेवाला वर्ष आपके लिए कैसा होगा जानें वर्षफल रिपोर्ट से
वैदिक ऋषि के प्रधान अनुभवी ज्योतिषी से जानें अपने प्रश्नों के उत्तर
विशेष लेख
धनतेरस
दीपावली
वैदिक ज्योतिष