पंचांग योग: 2024 के सभी योगों के विषय में सटीक तिथि, समय और लाभ को जानें।
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2023 एक ऐसा वर्ष था जिसमें गतिशीलता थी, संघर्ष था, रोमैंटिक पल थे, प्रतिस्पर्धा की भावना थी और प्रत्येक कार्य को अपनी क्षमता से अधिक करने के लिए प्रेरित करने का वर्ष था। इसी तरह अब साल 2024 आरंभ होने वाला है और ये वर्ष भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है, किन्तु ध्यान देने वाली बात यह है कि प्रमुख घटनाएं, ग्रहों की स्थिति तथा गोचर हमारी सुधरी हुई चीजों को और सुधारेंगे तथा हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे, हर परिस्थिति का सामना करने के लिए आत्मविश्वास प्रदान करेंगे।
हमारे निःशुल्क वैदिक ज्योतिष रिपोर्ट के साथ अपने व्यक्तित्व को जानने के साथ, अपने दोषों और अनुकूल व प्रतिकूल समय आदि का गहन विश्लेषण प्राप्त करें। देखें कि आपकी कुंडली आपके जीवन के प्रत्येक पक्ष के बारे में क्या कहती है।
ये वर्ष हमारी पुरानी गलतियों को सुधारने का एक मौका होगा। अपने द्वारा पिछले वर्ष की गयी गलतियों को सुधार कर आप अपने जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन कर सकते हैं। प्रमुख गोचरों के अलावा, नीचे दिए गए छह योग मुख्य रूप से आपके जीवन को बदल देंगे।
आज इस ब्लॉग में 6 योगों के विषय में, उसकी तिथि तथा समय के विषय में जानेंगे जिसकी मदद से वर्ष 2024 बेहतर होगा तथा इस वर्ष का आप पूर्ण लाभ उठा पाएंगे।
आज का पंचांग जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।.
सर्वार्थ सिद्धि योग
सर्वार्थ सिद्धि योग एक विशेष योग है जो वैदिक ज्योतिष में महत्वपूर्ण माना जाता है। यह योग सभी प्रकार के कार्य आरंभ करने के लिए एक शुभ समय प्रदान करता है।
जब सातों दिनों के साथ एक-एक कर नक्षत्र के संयोग बनते हैं तो उसे सर्वार्थ सिद्धि योग कहा जाता है। यह योग विशेष दिनों को पड़ने वाले विशेष नक्षत्रों के योग से बनता है। जैसे सोमवार के दिन यदि रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा और श्रवण नक्षत्र हो तो इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है। वही अगर यह योग गुरुवार और शुक्रवार के दिन बनता है तो इस दिन कोई भी तिथि हो, यह योग नष्ट नहीं होता है वहीं कुछ विशेष तिथियों में यह योग बनने के बाद भी नष्ट हो जाता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग नए कार्य की शुरुआत करने और नए प्रयासों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए सर्वोत्तम समय है। यदि इस योग की ऊर्जा का सही रूप से उपयोग किया जाए, तो सर्वार्थ सिद्धि योग उत्कृष्ट परिणाम दे सकता है।
इस योग का प्रभाव इतना अधिक है कि यह मृत्यु योग के शांति विरोधी प्रभावों को समाप्त करने की क्षमता रखता है। सर्वार्थ सिद्धि योग की ऊर्जा का आप यदि सही तरीके से उपयोग करते हैं तो यह आपको आपके सपने पूरा करने में सहायक सिद्ध होता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग के समय निम्न कार्य करना शुभ सिद्ध होगा?
- नया व्यापार शुरू करने के लिए ये उचित समय है।
- नई नौकरी शुरू करने के लिए सही समय है।
- किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए यदि यात्रा शुरू करना चाह रहें हैं, तो उसके लिए सही समय है।
- कपड़े, आभूषण, संपत्ति, एक नया घर या वाहन खरीदने की यदि आपकी कोई योजना है तो ये समय उचित है।
सर्वार्थ सिद्धि योग के दौरान निम्न कार्यो को करने से बचें
- मंगलवार को वाहन न खरीदें।
- शनिवार को लोहे के सामान न खरीदें।
2024 में सर्वार्थ सिद्धि योग की तारीखें और समय
गुरु पुष्य योग 2024
गुरु पुष्य योग को पुष्य अमृत योग भी कहा जाता है। यह शुभ योग तब बनता है जब पुष्य नक्षत्र गुरुवार के दिन पड़ता है। गुरुवार और पुष्य नक्षत्र का संयोग माता लक्ष्मी की पूजा करने तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है।.
गुरुपुष्य अमृत योग पर क्या करें
- इस अवसर पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। सोना धन और समृद्धि का प्रतीक है। इस अवसर पर सोना खरीदने से आपका भाग्य मजबूत होगा और आपके घर में समृद्धि आयेगी। आपके परिवार के अन्य सदस्यों को भी लाभ प्राप्त होगा। सोना खरीदने से आपकी वित्तीय स्थिरता और प्रचुरता भी बढ़ती है।
- ये समय निवेश करने का उत्तम समय है।
- नया व्यवसाय शुरू करने के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
- इस अवसर पर नई खाता बही खरीदें विशेषकर दिवाली के त्योहार के दौरान यदि यह योग पड़ रहा है तो वो शुभ सिद्ध होगा।
- किसी भी धार्मिक या आध्यात्मिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए यह समय बिल्कुल उपयुक्त समय है।
- आप नया वाहन या नया घर खरीदने की योजना बना रहें हैं तो उसके लिए भी ये समय अत्यंत शुभ है।
- जमीन, संपत्ति या नये इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी आप खरीद सकते हैं।
- औषधीय जड़ी-बूटियाँ और पवित्र पौधे लगाने के लिए भी ये समय उचित है।
2024 में गुरु पुष्य अमृत योग की तारीखें और समय
तारीख | समय |
---|---|
25 जनवरी 2024, बृहस्पतिवार | 08:16 AM to 07:12 AM. 26th जनवरी 2024 |
22 फरवरी 2024, बृहस्पतिवार | 06:54 AM to 04:43 PM |
26 सितंबर 2024, बृहस्पतिवार | 11:34 PM to 06:12 AM, 27 सितंबर 2024 |
24 अक्टूबर 2024, बृहस्पतिवार | 06:28 AM to 06:28 AM, 25 अक्टूबर 2024 |
21 नवंबर 2024, बृहस्पतिवार | 06:49 AM to 03:35 PM |
द्विपुष्कर योग 2024
द्विपुष्कर योग एक अत्यंत दुर्लभ घटना है, ये योग तब बनता है जब विशेष नक्षत्र, चंद्रमा तथा सप्ताह के दिन मिलते हैं। जब ये तीनों एकत्रित होते हैं तो एक शुभ मुहूर्त का निर्माण करते हैं। इस योग में आप जो भी काम करेंगे, उसके शुभ परिणाम आपको दोगुना रूप में प्राप्त होंगे।
यदि आप इस योग के दौरान कोई अच्छा काम करना शुरू करते हैं तो उस कार्य के सफल होने की पूर्ण संभावना है। इसी प्रकार, यदि आप इस योग के दौरान नकारात्मक कर्म करते हैं, तो आपको नकारात्मक परिणाम भी दोगुणा रूप में प्राप्त होगा।
चूंकि इस योग के दौरान किए गए कर्म दोहराए जाते हैं, और परिणाम भी दोगुणा रूप से प्राप्त होते हैं इसलिए आपको इस योग के दौरान अच्छे कर्म करने चाहिए और नकारात्मक कर्मों से बचने की कोशिश करनी चाहिए।
जब भद्रा तिथियां, दूसरे, सातवें या बारहवें भाव में चंद्र रविवार, मंगलवार या शनिवार को पड़ते हैं और मृगशिरा, चित्रा, या धनिष्ठा नक्षत्रों के द्विपद के साथ मिलते हैं, तो द्विपुष्कर योग का निर्माण होता है।
मृगशिरा, चित्रा और धनिष्ठा तीनों मंगल के नक्षत्र हैं। ये नक्षत्र, जब भद्रा तिथि के साथ मिलते हैं, तो द्विपुष्कर योग को अशुभ योग बनाते हैं।
द्विपुष्कर योग में कौन से शुभ कार्य कर सकते हैं
- चांदी, सोने और हीरे के आभूषण पर पैसे निवेश करें।
- यदि आप व्यवसाय प्रारंभ करने की योजना बना रहें हैं तो ये समय आपके लिए शुभ सिद्ध होगा।
- नया वाहन, घर या संपत्ति खरीदने के लिए भी योग शुभ है।
- नये कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए भी ये योग शुभ सिद्ध होगा।
2024 में द्विपुष्कर योग की तारीखें और समय
तारीख | समय |
---|---|
22 जनवरी 2024, सोमवार | 03:52 AM to 07:14 AM |
16 मार्च 2024, शनिवार | 04:05 AM to 09:38 PM |
26 मार्च 2024, मंगलवार | 02:55 PM to 06:17 AM, 27 मार्च 2024 |
20 मई 2024, सोमवार | 03:16 AM to 05:28 AM |
23 जुलाई 2024, मंगलवार | 05:38 AM to 10:23 AM |
11 अगस्त 2024, रविवार | 05:44 AM to 05:48 AM |
11 अगस्त 2024, रविवार | 05:48 AM to 05:49 AM |
24 सितंबर 2024, मंगलवार | 06:11 AM to 12:38 AM |
17 नवंबर 2024, रविवार | 05:22 AM to 09:06 PM |
27 नवंबर 2024, बुधवार | 04:35 AM to 06:54 AM |
7 दिसंबर 2024, शनिवार | 11:05 AM to 04:50 PM |
त्रिपुष्कर योग 2024
त्रिपुष्कर योग भी द्विपुष्कर योग की तरह, वार, तिथि और विशिष्ट नक्षत्रों का संयोजन है। त्रिपुष्कर योग तब बनता है जब भद्रा तिथि, अर्थात दूसरे, सातवें तथा बाहरवें भाव में रविवार, मंगलवार या शनिवार को त्रिपदा नक्षत्र विशाखा, पुनर्वसु, कृत्तिका, पूर्वा, फाल्गुनी, उत्तरा आषाढ़ या पूर्वाभाद्रपद में से किसी एक के साथ मिलते हैं।
चाहे अशुभ हो या शुभ, इस योग में जो भी कार्य या क्रिया करते हैं उसे तीन बार दोहराना पड़ता है। यही कारण है कि आमतौर पर किसी भी कठिन कार्य की शुरुआत करते समय इस योग से उसे शुरू करने से परहेज किया जाता है, किन्तु इस योग के दौरान शुभ कार्य करना आमतौर पर अनुकूल होता है।
त्रिपुष्कर योग के दौरान निम्न शुभ कार्य करें
- इस योग को सोना, वाहन और संपत्ति खरीदने के लिए अच्छा माना जाता है।
- यदि आप किसी क्षेत्र में पैसे निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए भी योग शुभ है।
- शेयर बाजार में भी आप पैसे निवेश कर सकते हैं।
- अपनी क्षमता अनुसार जरूरतमंदों को दान करें।
- आध्यात्मिक क्षेत्र के कार्य सीखें तथा धार्मिक कार्य करें।
2024 में त्रिपुष्कर योग की तारीखें और समय
तारीख | योग |
---|---|
2 जनवरी 2024, मंगलवार | 05:10 PM to 07:14 AM, 03 जनवरी 2024 |
11 फरवरी 2024, रविवार | 05:39 PM to 09:09 PM |
20 फरवरी 2024, मंगलवार | 12:13 PM to 6:55 AM, 21 फरवरी 2024 |
26 फरवरी 2024, सोमवार | 01:24 AM to 06:50 AM |
2 मार्च 2024, शनिवार | 07:53 AM to 02:42 PM |
15 अप्रैल 2024, सोमवार | 01:35 AM to 05:55 AM |
20th अप्रैल 2024, शनिवार | 02:04 PM to 10:41 PM |
30th अप्रैल 2024, मंगलवार | 07:05 AM to 04:09 AM, 01 मई 2024 |
4 मई 2024, शनिवार | 08:38 PM to 10:07 PM |
18 जून 2024, मंगलवार | 03:56 AM to 05:24 AM, 19 जून 2024 |
23 जून 2024, रविवार | 05:03 PM to 03:25 AM, 24 जून 2024 |
2 जुलाई 2024, मंगलवार | 08:42 AM to 04:40 AM, 03 जुलाई 2024 |
7 जुलाई 2024, रविवार | 04:26 AM to 04:48 AM |
21 अगस्त 2024, बुधवार | 03:09 AM to 05:54 AM |
25 अगस्त 2024, रविवार | 04:45 AM to 03:39 AM, 26 अगस्त 2024 |
23 अक्टूबर 2024, बुधवार | 05:38 AM to 06:27 AM |
29 अक्टूबर 2024, मंगलवार | 06:31 AM to 10:31 AM |
2 नवंबर 2024 शनिवार | 08:21 PM to 05:58 AM, 03 नवंबर 2024 |
17 दिसंबर 2024, मंगलवार | 07:08 AM to 10:56 AM |
22 दिसंबर 2024, रविवार | 06:14 AM to 07:10 AM |
22 दिसंबर 2024, रविवार | 07:10 AM to 02:31 PM |
रवि पुष्य योग 2024
रवि पुष्य योग नक्षत्र शक्ति और ऊर्जा प्रदान करता है। सूर्य भी प्राण ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है। रवि पुष्य योग शक्ति प्रदान करने वाले ग्रह, सूर्य और पुष्य नक्षत्र का मिलन है। ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी का जन्म पुष्य नक्षत्र में हुआ था। यही कारण है कि यह नक्षत्र मुख्य रूप से धन तथा समृद्धि से जुड़ा हुआ है।
सूर्य तथा पुष्य का संरेखण अत्यधिक शुभ माना जाता है। ये योग सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र का संयोग होने पर रवि पुष्य योग बनता है। यह एक दुर्लभ योग है और पूरे वर्ष में कभी-कभी ही ये शुभ योग आता है।
रवि पुष्य योग में निम्न कार्य कर सकते हैं?
- यदि आने वाले समय में आपके घर विवाह या कोई त्योहार है तो उसके लिए इस शुभ योग में खरीदारी करें।
- नई कार, घर, संपत्ति, सोना या चांदी खरीदने के लिए ये शुभ योग अच्छा सिद्ध होगा।
- देवी लक्ष्मी की पूजा करने तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का ये सबसे अच्छा समय सिद्ध होगा।
- आध्यात्मिक क्षेत्र से जुड़ने के लिए भी ये समय शुभ सिद्ध होगा।
- इस योग में आप जो भी कार्य करेंगे वह अवश्य सफल होगा।
- नई परियोजनाएं और स्टार्ट-अप शुरू करने का विचार कर रहे हैं तो उसके लिए भी ये योग शुभ सिद्ध होगा।
2024 में रवि योग की तारीखें और समय
तारीख | समय |
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9 जून 2024, रविवार | 08:20 PM to 05:23 AM, 10 जून 2024 |
7 जुलाई 2024, रविवार | 05:29 AM to 05:30 AM, 08 जुलाई 2024 |
4 अगस्त 2024, रविवार | 05:44 AM to 01:26 PM |
रवि योग 2024
सर्वार्थ सिद्धि योग की तरह रवि योग भी अत्यंत शुभ तथा लाभदायक माना गया है। नवग्रहों के राजा सूर्य से यह योग सीधा संबंधित होता है, यही कारण है कि रवि योग बेहद प्रभावशाली होता है। ज्योतिष के अनुसार इस योग का निर्माण तब होता है, जब सूर्य दसवें भाव में तथा दसवें भाव के स्वामी शनि के साथ तीसरे भाव में स्थित हो।
उदाहरण के लिए, अश्विनी पहला नक्षत्र है। यदि सूर्य इस नक्षत्र में हो, तो चंद्रमा रोहिणी (4वें), आर्द्रा (6वें), आश्लेषा (9वें) या मघा (10वें) में हो, तो रवि योग बनता है। रवि योग शुभ होता है, लेकिन रविवार के दिन यह योग पड़े तो ऐसी स्थिति में उस दिन कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
रवि योग में कौन से शुभ कार्य आप कर सकते हैं?
- आप नया वाहन खरीद सकते हैं।
- यदि आप अपनी दुकान शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए भी ये समय शुभ है।
- गृहप्रवेश जैसे शुभ कार्य भी आप इस योग के दौरान संपन्न कर सकते हैं।
- अपने कार्य से संबंधित बैठक यदि आपको लेनी हो तो आप इस योग के दौरान कर सकते हैं।
2024 में रवि योग की तारीखें और समय
तारीख | समय |
---|---|
9 जून 2024, रविवार | 08:20 PM to 05:23 AM, 10 जून 2024 |
10 जून 2024, सोमवार | 05:23 AM to 09:40 PM |
11 जून 2024, मंगलवार | 11:39 PM to 05:23 AM, 12 जून 2024 |
12 जून 2024, बुधवार | 05:23 AM to 02:12 AM, 13 जून 2024 |
15 जून 2024, शनिवार | 08:14 AM to 05:23 AM, 16 जून 2024 |
16 जून 2024, रविवार | 05:23 AM to 05:23 AM, 17 जून 2024 |
17 जून 2024, सोमवार | 05:23 AM to 01:50 PM |
19 जून 2024, बुधवार | 05:23 PM to 05:24 AM, 20 जून 2024 |
20 जून 2024, गुरुवार | 05:24 AM to 06:10 PM |
27 जून 2024, गुरुवार | 11:36 AM to 05:26 AM, 28 जून 2024 |
28 जून 2024, शुक्रवार | 05:26 AM to 10:10 AM |
इन योगों की ऊर्जा को उपयोग कर आप 2024 का सर्वाधिक लाभ उठाएं
वैदिक ज्योतिष में, योगों को शक्तिशाली माना जाता है, इसलिए उनकी ऊर्जा का सही तरीके से उपयोग करना भी महत्वपूर्ण हो जाता है। प्रत्येक योग का प्रभाव भी अलग-अलग होता है, कुछ योग का बुरा तो कुछ का अच्छा तथा शुभ लेकिन आप उन दोनों ही योगों का अपने लाभ के लिए उपयोग कर सकते हैं। हर अशुभ योग में भी कुछ शुभ समय शामिल होता है जिस दौरान आप अपने कार्य कर सकते है।
एक बार जब आपको तिथि, समय, तथा क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए इस बातों की जानकारी हो तो आप उस अनुसार अपने कार्य की योजना बना सकते हैं। इन योगों के गतिविधियों का निर्माण नौ ग्रहों के गोचर पर आधारित है।
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