वृश्चिक वार्षिक राशिफल

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मेष जून 2025

कार्यक्षेत्र:

जून 2025 में, वृश्चिक राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। शुरुआत में मंगल के कर्क राशि में दशम भाव में स्थित होने से आपके मन में कार्यस्थल से विरक्ति का भाव आ सकता है, जिससे आप काम में गलतियां कर सकते हैं। यह आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है। हालांकि, 7 तारीख के बाद मंगल का एकादश भाव में प्रवेश आपको अपने कार्यों में सुधार करने का मौका देगा, जिससे वरिष्ठ अधिकारियों से सहयोग मिलेगा और आपकी स्थिति मजबूत होगी। बृहस्पति और सूर्य की दृष्टि कार्यक्षेत्र में आपके कार्य को बेहतर बनाएगी, और आप अपनी क्षमता का अधिकतम उपयोग करने में सफल होंगे। व्यापार करने वाले जातकों के लिए महीने का पूर्वार्ध ज्यादा अनुकूल रहेगा, हालांकि बाद में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। आपको शॉर्टकट से बचने की सलाह दी जाती है, और योजना बनाकर काम करने पर व्यापार में सफलता मिलेगी। अगर आप मेहनत से काम करेंगे, तो सफलता जरूर प्राप्त होगी, और कार्यक्षेत्र में आपकी पहचान बनेगी।

आर्थिक क्षेत्र:

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए जून का महीना आर्थिक दृष्टिकोण से मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। शनि और बृहस्पति का अष्टम भाव में होना आपके खर्चों को बढ़ा सकता है, लेकिन साथ ही आपको कुछ अप्रत्याशित धन प्राप्ति के योग भी बन सकते हैं। महीने की शुरुआत में केतु और मंगल के प्रभाव से खर्चों में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, 7 तारीख से मंगल का एकादश भाव में जाना और बृहस्पति की दृष्टि आपको अच्छे आर्थिक निर्णय लेने में मदद करेगी। इस समय आपकी आमदनी बढ़ने के योग हैं, और यदि आप व्यापार करते हैं, तो आपको इस दौरान अच्छे लाभ की प्राप्ति हो सकती है। लेकिन आपको खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी। 22 तारीख से बुध का एकादश भाव में प्रवेश और शुक्र के प्रभाव से आर्थिक स्थिति में और सुधार होने की संभावना है। यदि आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको दीर्घकालिक निवेश के बारे में सोचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इस समय आपको लाभ मिल सकता है। अगर आप ससुराल पक्ष से किसी प्रकार की मदद की उम्मीद रखते हैं, तो वह भी संभव हो सकती है।

स्वास्थ्य:

स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से जून 2025 का महीना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। महीने की शुरुआत में शुक्र और शनि के प्रभाव से स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, खासकर आपके पेट और पाचन तंत्र में समस्याएं हो सकती हैं। मंगल के द्वादश भाव में बैठने से आपको मानसिक तनाव और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आपको अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी, खासकर वाहन चलाते समय और शारीरिक रूप से थकावट को न बढ़ने दें। रक्तचाप, सिरदर्द, और त्वचा संबंधी समस्याएं भी आपको परेशान कर सकती हैं। 7 तारीख से मंगल और केतु का अंगारक योग आपके स्वास्थ्य को और कमजोर कर सकता है, जिससे आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का ध्यान रखना होगा। हालांकि, महीने के उत्तरार्ध में बृहस्पति और सूर्य के प्रभाव से स्वास्थ्य में सुधार होने की संभावना है। यदि आपने पहले से कोई उपचार लिया है, तो उससे लाभ मिल सकता है। आपको इस महीने विशेष रूप से खानपान पर ध्यान देना होगा और अपने शरीर को ताजगी देने के लिए नियमित रूप से व्यायाम और विश्राम की आदत डालनी होगी।

प्रेम और पारिवारिक संबंध:

प्रेम संबंधों के लिए जून का महीना मिश्रित रहेगा। शुरुआत में शनि और मंगल के प्रभाव से रिश्तों में कुछ तनाव आ सकता है, खासकर जब आप अपने प्रियजन से अपनी उम्मीदें पूरी होती हुई नहीं देख पाएंगे। आपके मन में संदेह और असमंजस हो सकता है, लेकिन आपको अपनी भावनाओं को छुपाने की बजाय उन्हें अपने साथी से साझा करना चाहिए। 7 तारीख के बाद, मंगल का एकादश भाव में प्रवेश और बृहस्पति की दृष्टि से आपके रिश्ते में कुछ सुधार होने की संभावना है। आप अपने साथी से प्यार और समझ को महसूस करेंगे और रिश्ते में रूमानियत लौटेगी। विवाह के मामलों में भी स्थिति बेहतर होगी, लेकिन कुछ संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। 29 तारीख को शुक्र के सप्तम भाव में प्रवेश से आपके वैवाहिक जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ेगा, जिससे रिश्ते में स्थिरता आएगी। ससुराल पक्ष से भी कुछ समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन आप अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर उन्हें सुलझा पाएंगे। पारिवारिक जीवन के दृष्टिकोण से शुरुआत में कुछ मुद्दे आ सकते हैं, लेकिन परिवार के सदस्य आपस में अच्छे सामंजस्य से काम करेंगे। भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा, और पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे।

वैदिक ऋषि के बारे में

वैदिक ऋषि एक एस्ट्रो-टेक कंपनी है जिसका उद्देश्य लोगों को वैदिक ज्योतिष को प्रौद्योगिकी तरीके से पेश करना है।

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