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कुम्भ वार्षिक राशिफल

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मेष सितंबर 2025

कार्यक्षेत्र:

सितम्बर माह कुंभ राशि के जातकों के करियर में मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। शुरुआत थोड़ी कठिन रह सकती है—अष्टम भाव में बैठे दशमेश मंगल कार्यस्थल पर असहजता, सहकर्मियों से मतभेद या किसी षड्यंत्र जैसी स्थितियाँ पैदा कर सकते हैं। इस समय शांत रहना और विवादों से दूर रहना बेहतर होगा। छठे भाव में शुक्र होने से नौकरीपेशा लोगों को छोटी-छोटी बातों पर गलतफहमियाँ झेलनी पड़ सकती हैं। 13 सितम्बर के बाद स्थितियाँ पलटेंगी: मंगल के नवम भाव में आते ही नए अवसर मिलेंगे, रुके हुए काम गति पकड़ेंगे, पदोन्नति/ट्रांसफर के योग बनेंगे और टीम व वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। कारोबारियों को सरकारी संपर्कों और प्रभावशाली लोगों से लाभ मिलेगा। उत्तरार्ध में शुक्र सप्तम भाव में आकर पार्टनरशिप बिज़नेस को फायदा और विस्तार के मौके देंगे। कुल मिलाकर, शुरुआती दिनों में धैर्य रखें; महीने का दूसरा भाग मेहनत का फल दिलाएगा।

आर्थिक क्षेत्र:

यह महीना उतार-चढ़ाव भरा है, पर समझदारी से चलेंगे तो लाभ संभव है। अष्टम भाव में मंगल शुरुआत में अचानक खर्च बढ़ा सकते हैं—चिकित्सा, वाहन या आकस्मिक स्थितियों पर धन लग सकता है। वहीं दूसरे भाव में शनि बचत और स्थिर आय के पक्ष में काम करेंगे, जिससे आप सुरक्षित निवेश और योजनाबद्ध संचय की ओर बढ़ेंगे। बृहस्पति पूरे महीने एकादश भाव को देखकर आमदनी को स्थिर रखेंगे; नए स्रोत खुल सकते हैं और पुराने निवेशों से भी लाभ मिल सकता है। 13 सितम्बर के बाद मंगल नवम में जाकर यात्राओं से फायदा, खासकर विदेश-संबंधित कार्यों से, दिला सकते हैं। 15 से शुक्र सप्तम में और 17 से सूर्य-बुध अष्टम में आने पर व्यवसायिक आय सुधर सकती है, लेकिन गुप्त/दिखावे के खर्च भी बढ़ सकते हैं। जोखिम से बचकर, सोच-समझकर निवेश करेंगे तो वित्तीय स्थिति संतुलित और सुरक्षित रहेगी।

स्वास्थ्य:

महीने की शुरुआत सतर्कता मांगती है: सूर्य, बुध, केतु सप्तम में और मंगल अष्टम में—यह संयोजन दुर्घटना, चोट या अचानक तबीयत बिगड़ने का जोखिम बढ़ाता है। वाहन चलाते समय सावधानी रखें और लापरवाही न करें। छठे भाव का शुक्र मूत्र या प्रजनन तंत्र से जुड़ी समस्या बढ़ा सकता है। मध्य से सुधार दिखेगा; मंगल नवम में जाकर ऊर्जा और आत्मबल बढ़ाएंगे। मगर 15 तारीख के बाद सूर्य-बुध अष्टम में और शुक्र सप्तम में होंगे, तब गैस, एसिडिटी, अपच जैसी पेट की दिक्कतें उभर सकती हैं। इस दौरान हल्का-सुपाच्य भोजन, नियमित दिनचर्या, सुबह की सैर, योग-प्राणायाम अपनाएँ। छोटी समस्या को भी नज़रअंदाज़ न करें और समय पर चिकित्सा लें।

प्रेम व पारिवारिक संबंध:

प्रेम जीवन के लिए महीना सकारात्मक रह सकता है—पंचम में बृहस्पति रिश्तों में मधुरता और स्थिरता बढ़ाएंगे; प्रेम विवाह के योग बन सकते हैं। शुरुआत में सप्तम में सूर्य-बुध-केतु से हल्की गलतफहमियाँ संभव हैं, जिन्हें संवाद और धैर्य से संभाला जा सकता है। अविवाहित जातकों को विवाह प्रस्ताव मिल सकते हैं। विवाहितों के लिए आरंभिक उतार-चढ़ाव के बाद 15 सितम्बर से शुक्र सप्तम में आकर दाम्पत्य में प्रेम, आकर्षण और तालमेल बढ़ाएंगे। परिवार में शनि दूसरे भाव से स्थिरता देंगे; भाई-बहनों का सहयोग रहेगा। महीने की शुरुआत में मंगल का प्रभाव छोटे विवाद खड़ा कर सकता है, पर उत्तरार्ध में माहौल सुधरेगा और घर में आपसी सहयोग व स्नेह बढ़ेगा।

वैदिक ऋषि के बारे में

वैदिक ऋषि एक एस्ट्रो-टेक कंपनी है जिसका उद्देश्य लोगों को वैदिक ज्योतिष को प्रौद्योगिकी तरीके से पेश करना है।

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