वैदिक उपाय से करें वैवाहिक समस्याओं का समाधान: सुलझाएं विवाह से जुड़ी समस्याएं

किसी भी संबंध में थोड़े बहुत उतार- चढ़ाव तो लगे ही रहते हैं। चाहे वो भाई-बहन का संबंध हो या पति-पत्नी का संबंध हो कुछ न कुछ अनबन का होना तो आम बात है। कभी-कभी ऐसा होता है कि दोनों के न चाहते हुए भी अनबन हो जाती है।
थोड़ा उतार-चढ़ाव का होना तो आम है, किन्तु यदि ये अनबन लगातार चले या लंबा चले तो ऐसा घर में किसी नकारात्मकता के कारण हो सकता है तो, ये बड़ी लड़ाई का कारण भी बन सकता है।
अपने घर से नकारात्मकता को दूर करने के लिए आपको कुछ ज्योतिषीय उपाय करने की जरूरत है, जिन्हें अपनाकर आप पति-पत्नी के बीच की अनबन को दूर कर सकते हैं। सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि दांपत्य जीवन में बाधाएं क्यों आती हैं? आप इस बाधा को दूर करने के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
आखिर क्यों आती हैं वैवाहिक जीवन में बाधाएं?
ज्योतिष शास्त्र के दृष्टिकोण से शुक्र या बृहस्पति का कमजोर होना वैवाहिक जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है। कभी-कभी जाने-अनजाने में छोटी-छोटी गलतियां भी वैवाहिक जीवन में मुश्किलें पैदा कर सकती है। दो लोगों के विचारधारा में टकराव भी अक्सर शादीशुदा जिंदगी खराब करने का कारण बना सकता है।
कुछ मामलों में किसी तीसरे की दखल अंदाजी भी शादीशुदा संबंध में परेशानी का कारण बन सकती है। इन सभी समस्या के कारण ऐसा नहीं है कि आपका जीवन समाप्त हो गया है लेकिन कुछ उपायों के माध्यम से आप अपने जीवन से इस समस्या को समाप्त कर सकते हैं। उन उपायों को करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना भी अत्यंत जरूरी है।
सुखी वैवाहिक जीवन व्यतीत करने के उपाय
निम्न बातों का ध्यान रखने से आप अपनी समस्या का निदान कर सकते हैं।
यदि आप सुखी वैवाहिक जीवन व्यतीत करने के लिए कुछ उपाय करना चाहते हैं तो, आपको कुछ सावधानियां रखनी बेहद जरूरी हैं। एक साथ आप कई उपाय न करें क्योंकि एक बार में कोई एक या दो उपाय ही सफल हो सकते हैं।
यदि आप कोई उपाय एक बार शुरू कर देते है तो, उसे कम से कम 27 दिन तक लगातार उपाय करें, उसके बाद ही दूसरा उपाय शुरू करें।
यदि विवाद वैवाहिक संबंध से जुड़ा हो तो छोटी-छोटी बातें भी बड़ी होते देर नहीं लगती है। यदि आपका वैवाहिक संबंध कमजोर पड़ने लगे या उसमें कोई मदभेद शुरू हो जाए तो ऐसे में निम्न उपाय करने से आपके वैवाहिक जीवन में सुधार होगा और आपका वैवाहिक जीवन पुनः सुखमय हो जायेगा और आपका वैवाहिक जीवन भी सुखमय रूप से चलने लगेगा।
सुखी वैवाहिक जीवन के उपाय निम्न है
1. पत्नी को पति के बाईं ओर ही सोना चाहिए तथा सोने के लिए अलग-अलग तकिये, गद्दों का प्रयोग न करें।
2. शयन कक्ष के दीवारों पर हल्के रंग का ही प्रयोग करें।
3. पीले रंग का प्रयोग सोने के कमरे में कभी न करें।
4. यदि किसी विवाहित जोड़े के बीच हमेशा लड़ाई-झगड़े होते रहें, बात-बात पर बहस हो तो, इस समस्या को जीवन से दूर करने के लिए किसी मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल चढ़ा कर 'ॐ नमः संभावय च मयो च नमः, शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च' मंत्र का जाप करें।
5. शुक्रवार के दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी को रस वाली मिठाई का भोग लगाएं और प्रसाद के रूप में पति-पत्नी दोनों उस भोग को ग्रहण करना चाहिये।
6. पति या पत्नी में से कोई भी एक बात-बात पर नाराज हो तो, नाराज व्यक्ति को मनाने के लिए तथा अपने जीवन से इस समस्या को दूर करने के लिए सूर्य को जल अर्पित करने के बाद ही अन्न ग्रहण करें।
7. पति-पत्नी के बीच लड़ाई के कारण बात अगर तलाक तक आ गयी है तो, रोज सुबह 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
8. शास्त्रों के अनुसार सुखी वैवाहिक जीवन व्यतीत करने के लिए पीपल और केले के पेड़ की पूजा करना फलदायक हो सकता है।
9. आपके द्वारा कमाए जाने वाले वेतन को प्रतिमाह अपनी पत्नी को दें और पत्नी के द्वारा ही उस वेतन को तिजोरी में रखा जाए इससे धन में वृद्धि होती है।
10. पति या पत्नी द्वारा कभी भी अपने जीवनसाथी को उसकी कम आय के लिए ताने मारने का काम नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा करने से भी पति-पत्नी के बीच विवाद हो सकते हैं और दूरियां अधिक बढ़ने लगती है।
सुखद वैवाहिक जीवन की कामना के लिए विवाह होने से पूर्व भी कुछ उपाय कर लेने से वैवाहिक जीवन खुशहाल व्यतीत होता है। जैसे ऐसी लड़कियां जिनके विवाह की बात तय हो गयी हो तो, उन लड़कियों की माँ अपनी बेटी के सुखद दांपत्य जीवन के लिए आसान उपाय कर सकती है।
इसके लिए लड़की की माँ विवाह से चार दिन पूर्व हल्दी की सात साबुत गांठ, पीतल के तीन सिक्के, थोड़ा केसर, गुड़ का ढेला और एक मुट्ठी चने की दाल पीले कपड़े में बांधकर लड़की के ससुराल के दिशा में फेंक दें। ऐसा करने से लड़की अपने ससुराल में हमेशा खुश रहेगी। ये सब विधि गुरू ग्रह से संबंधित हैं तथा गुरु ही वैवाहिक जीवन के कारक हैं।
निष्कर्ष #
इस तरह उपर्युक्त उपायों के माध्यम से तथा पति-पत्नी की आपसी समझदारी से कोई भी दंपत्ति अपने आपसी झगड़े को या मतभेद को खत्म कर सकता है। लड़ाई या मतभेद चाहे जो भी हो, उस विषय पर बात कर के तथा अपनी गलती को स्वीकार कर माफी मांग लेने से संबंध और अधिक मजबूत होते हैं।
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