सूर्य का मिथुन राशि में गोचर 2024: जानें सभी 12 राशियों पर इसका प्रभाव

प्रत्येक माह सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। इस समय सूर्य वृषभ राशि में विराजमान है और 15 जून 2024 को राशि परिवर्तित कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। कुंडली में सूर्य का एक विशेष स्थान होता है। सूर्य की कृपा से व्यक्ति को जीवन में उच्च पद प्राप्त होता है।
सूर्य देव प्रत्येक महीने राशि परिवर्तन करते हैं, जिसका प्रभाव प्रत्येक राशि पर देखा जाता है। सिंह राशि के स्वामी ग्रह सूर्य हैं। जहाँ सूर्य मेष राशि में अपनी उच्च अवस्था में स्थित है, वही तुला राशि में सूर्य नीच अवस्था में स्थित रहते हैं।
मिथुन राशि के स्वामी ग्रह बुध है तथा मिथुन द्विस्वभाव राशि है। मिथुन राशि का तत्व वायु है तथा सूर्य अग्नि तत्व प्रधान ग्रह है। ऐसी स्थिति में जब उग्र ग्रह सूर्य वायु तत्व की राशि में गोचर करेगा तो उसका प्रभाव वातावरण पर पड़ेगा ही।
सूर्य का मिथुन राशि में गोचर की तिथि और समय
ज्योतिष अनुसार ग्रहों के राजा सूर्य 15 जून 2024 को सुबह 12 बजकर 37 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। कुल एक महीने तक इस राशि में रहने के बाद 16 जुलाई 2024 को कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
आइए जानते हैं सूर्य का मिथुन राशि में गोचर करने से विभिन्न राशियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है
मेष राशि पर प्रभाव a
मेष राशि में सूर्य पंचम भाव के स्वामी होंगे तथा इस गोचर के दौरान मेष राशि के तृतीय भाव में प्रवेश करेंगे। इस अवधि के दौरान इस राशि के जातकों का छोटी यात्रा पर जाने की संभावना बन सकती है।
आर्थिक स्थिति मजबूत होगी तथा आपकी नेतृत्व करने की क्षमता में भी बढ़ोतरी होगी। कार्यक्षेत्र में आपके सहकर्मी के प्रति आपका अच्छा व्यवहार आपकी कार्य में उन्नति प्रदान करेगा तथा जो लोग व्यापार से जुड़े हैं, उनको भी लाभ प्राप्त होने की संभावना है।
उपाय: इस राशि के जातक प्रतिदिन प्रातःकाल या संध्याकाल में आदित्य हृदय स्रोत का पाठ करें।
वृषभ राशि पर प्रभाव b
वृषभ राशि में सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी होगा तथा वृषभ राशि के दूसरे भाव में गोचर करेगा। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर वृषभ राशि के जातकों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
किन्तु आपको अपनी वाणी पर संयम रखने की आवश्यकता होगी क्योंकि इस अवधि के दौरान आपकी वाणी में कठोरता आ सकती है। यदि आप अपनी वाणी पर संयम नहीं रखेंगे तो इसका आपके परिवार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
वृषभ राशि के जातक के परिवार में किसी को सरकारी नौकरी प्राप्त हो सकती है। इस राशि के जातकों इस आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। यह गोचर वृषभ राशि के जातकों की माँ के लिए भी अनुकूल सिद्ध होगा।
उपाय: प्रतिदिन सूर्य देव को प्रातःकाल के समय अर्घ्य अर्पित करें।
मिथुन राशि पर प्रभावc
सूर्य का मिथुन राशि में गोचर प्रथम भाव में होगा । मिथुन राशि में सूर्य तृतीय भाव के स्वामी होंगे। इस गोचर अवधि में जातक के मन में अहम की भावना उत्पन्न हो सकती है। यदि आप अपने कार्य क्षेत्र में सब के साथ मिलकर कार्य करते हैं तो इसका सकारात्मक परिणाम आपको प्राप्त हो सकता है।
व्यापार के क्षेत्र में लाभ होने की संभावना हो सकती है। वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करना आवश्यक होगा।
उपाय: सूर्य के इस गोचर कार्य की अवधि के दौरान प्रतिदिन सूर्य अष्टक का पाठ करें। इसके साथ ही सूर्य देव को फूल तथा भोग अर्पित करें।
कर्क राशि पर प्रभाव d
कर्क राशि में सूर्य द्वितीय भाव के स्वामी होंगे तथा इस गोचर अवधि में सूर्य कर्क राशि के द्वादश भाव में प्रवेश करेंगे। यदि आप बहुत लंबे समय से कोई विदेश यात्रा की योजना बना रहे थे तो, इस समय आपकी विदेश यात्रा की संभावना हो सकती है।
अपने पैसों का सही जगह इस्तेमाल करें तथा अत्यधिक खर्च से बचने की कोशिश करें। किसी भी क्षेत्र में निवेश करने से पूर्व उस क्षेत्र के विषय में अच्छे से जान लें, समझ लें, ऐसा करने से आपको निवेश से लाभ प्राप्त हो सकता है।
अपने स्वास्थ्य के प्रति थोड़ा जागरूक रहें। धन की प्राप्ति होगी तथा आर्थिक क्षेत्र मजबूत होगा।
उपाय: प्रतिदिन सूर्य देव को जल अर्पित करें तथा सूर्य मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि पर प्रभाव e
सिंह राशि के स्वामी स्वयं सूर्य देव ही है तथा इनका मिथुन राशि में गोचर के दौरान यह आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे। सूर्य का ये गोचर सिंह राशि के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। जिस कार्य के पूरा होने के लिए आप इतने समय से प्रतीक्षा कर रहे थे, अब समय आ गया है कि आपकी वो प्रतीक्षा पूरी होगी।
समाज में आपको मान-सम्मान प्राप्त होगा तथा अपने प्रियजनों से भेट भी हो सकती है। छात्रों के लिए भी काफी अच्छा समय सिद्ध होगा। उन्हें इस समय सफलता प्राप्त हो सकती है।
उपाय: इस गोचर के दौरान आप सूर्य देवता को प्रातः काल जल अर्पित करें और अपने पिता जी को प्रणाम कर आशीर्वाद अवश्य लें।
कन्या राशि पर प्रभाव f
कन्या राशि के लिए सूर्य द्वादश भाव के स्वामी हैं तथा कन्या राशि के दशम भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर अवधि कन्या राशि के लिए कई अवसर लेकर आएगा। कन्या राशि के जातकों को उनके करियर में सफलता प्राप्त होगी। जो लोग नौकरी से जुड़े हुए हैं, उनकी पदोन्नति या वेतन वृद्धि हो सकती है।
व्यापार से जुड़े लोगों को भी कई लाभ प्राप्त होंगे। अपने कार्य के सिलसिले में जातक विदेश यात्रा भी कर सकते हैं। आपको केवल अपनी सफलताओं को लेकर कभी घमंड नहीं करना चाहिए अन्यथा आपकी बनी हुई पहचान को हानि पहुँच सकती है।
उपाय: सूर्य देव की उपासना करें तथा गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें।
तुला राशि पर प्रभाव g
तुला राशि में सूर्य ग्यारहवें भाव के स्वामी होंगे तथा नवम भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर अवधि में तुला राशि के व्यक्तियों को थोड़ा सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि आपको कुछ हानि का सामना करना पड़ सकता है। जातक का उनके पिता के साथ संबंध थोड़ा बिगड़ सकता है। यदि इस गोचर के दौरान आप किसी यात्रा पर जा रहें है तो आपको यात्रा के दौरान थोड़ा सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।
पारिवारिक संबंधों में उतार-चढ़ाव की संभावना हो सकती है। यदि आप सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको सामान्य से थोड़ा अलग हट कर अधिक परिश्रम करना होगा तभी आपको सफलता प्राप्त होगी।
उपाय: मंदिरों में अपनी क्षमता के अनुसार दान करें तथा किसी जरूरतमंद की मदद करें। उन्हें भोजन करवाएं।
वृश्चिक राशि पर प्रभाव h
सूर्य वृश्चिक राशि के दशम भाव का स्वामी होकर अष्टम भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर अवधि के दौरान वृश्चिक राशि के जातकों के लिए समस्या बढ़ सकती है। ये गोचर आपके लिए बहुत अनुकूल सिद्ध नहीं होगा।
यदि आपका कोई सरकारी कार्य अधूरा रह गया है तो आपको उसे पूरा कर लेना चाहिए अन्यथा आपके लिए समस्या खड़ी हो सकती है। अपने घर परिवार में सुख शांति बनाये रखें, इससे परिवार का माहौल भी अच्छा रहेगा तथा आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी।
उपाय: योग करें तथा ईश्वर की पूजा करें। इससे आपके मन को शांति मिलेगी तथा आप सही निर्णय ले पाएंगे। घर के पास वाले किसी मंदिर में जाकर वहां के लोगों को भोजन करवाएं।
धनु राशि पर प्रभाव i
धनु राशि के लिए सूर्य देव नवम भाव के स्वामी होकर सप्तम भाव में गोचर करेंगे। ये गोचर आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएगा।
इस गोचर अवधि में आपका आपके जीवनसाथी के साथ संबंध मजबूत होगा तथा आपके कार्यक्षेत्र में भी कुछ अच्छे बदलाव संभव होंगे। व्यवसाय से जुड़े लोगों की भी मुश्किलें कम होंगी तथा उन्हें व्यापार में लाभ प्राप्त होगा।
उपाय: इस राशि के जातक को सूर्य देव की पूजा करें तथा आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। इससे आपको ऊर्जा प्राप्त होगी।
मकर राशि पर प्रभाव j
मकर राशि में सूर्य देव अष्टम भाव के स्वामी होकर छठे भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर का सबसे अधिक लाभ मकर राशि के जातक को आर्थिक रूप से प्राप्त होगा।
इनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी तथा नौकरी से जुड़े लोगों की पदोन्नति की भी संभावना है। आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी लापरवाही न करें।
उपाय: रविवार के दिन प्रातःकाल सूर्य देव की पूजा करें तथा जल-फूल अर्पित करें।
कुंभ राशि पर प्रभाव k
कुंभ राशि के लिए सूर्य सप्तम भाव के स्वामी होकर यह पंचम भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर अवधि के दौरान कुंभ राशि के जातक अपना कोई भी नया कार्य शुरू कर सकते हैं।
यदि आपके मन में किसी के प्रति कोई भावना है उस भावना को आप इस अवधि के दौरान व्यक्त कर सकते हैं। पढ़ाई से जुड़े जातकों के लिए ये गोचर शुभ परिणाम लेकर आएगा। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा, खासकर यदि आपको पेट से संबंधित कोई समस्या है तो कोई लापरवाही न करें। पौष्टिक भोजन ही करें।
उपाय: रविवार के दिन गुड़ तथा किसी भी एक अनाज का दान करें।
मीन राशि पर प्रभाव l
मीन राशि के सूर्य देव छठा भाव के स्वामी होंगे तथा चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर का मीन राशि के जातकों पर बहुत अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि इस राशि के जातकों के बीच पारिवारिक तनाव बढ़ सकता है।
यदि आप अपने कार्य क्षेत्र में लगातार परिश्रम करते रहें तो आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी। मानसिक तनाव से दूर रहने के लिए प्रतिदिन योग करें।
उपाय: प्रातःकाल स्नान के बाद जल, लाल पुष्प व लाल चंदन के साथ सूर्यदेव की आराधना करें। इससे आपका मन शांत रहेगा।
Share article:
और देखें
वैदिक ज्योतिष
केतु का कन्या राशि में गोचर: आपके जीवन पर क्या होगा इसका असर?
वैदिक ज्योतिष
राहु का मीन में गोचर: आपके जीवन पर क्या होगा इसका असर?
वैदिक ज्योतिष
अंगारक योग 2024: राहु-मंगल की युति आपकी राशि के लिए क्या लेकर आया है?
वैदिक ज्योतिष
शनि जयंती 2024: जानें शनि देव का महत्व और कैसे प्राप्त करें उनका आशीर्वाद
वैदिक ज्योतिष
Guru Vakri 2023:मेष राशि में बृहस्पति के वक्री होने का सभी राशियों पर प्रभाव
24 घंटे के अंदर पाएं अपना विस्तृत जन्म-कुंडली फल उपाय सहित
आनेवाला वर्ष आपके लिए कैसा होगा जानें वर्षफल रिपोर्ट से
वैदिक ऋषि के प्रधान अनुभवी ज्योतिषी से जानें अपने प्रश्नों के उत्तर
विशेष लेख
वैदिक ज्योतिष
वैदिक ज्योतिष
वैदिक ज्योतिष