खुशहाल जीवन के सूत्र: सप्ताह के 7 दिन, 7 ज्योतिषीय उपाय
ज्योतिष के अनुसार किसी भी कार्य को प्रारंभ करने के लिए तिथि, वार, नक्षत्र, योग तथा करण की स्थिति को देखना आवश्यक है। इसी के माध्यम से शुभ लग्न तथा मुहूर्त का भी पता चलता है। वार, तिथि, माह, लग्न तथा मुहूर्त का एक संपूर्ण विज्ञान है। जो व्यक्ति इस विज्ञान को अपने जीवन में ढाल लेते हैं वो सभी संकटों का सामना करने की क्षमता भी प्राप्त कर लेते हैं। आइये जानते है प्रतिदिन कौन से कार्य करने चाहिए तथा क्या करने से बचना चाहिए।
रविवार
रविवार को मूल रूप से सूर्य का दिन माना गया है। इसके साथ ही इसे भगवान विष्णु का भी दिन कहा जाता है। अच्छा स्वास्थ्य तथा अच्छी नौकरी प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ इस दिन का व्रत करना चाहिए।
इस दिन क्या करें
- रविवार के दिन लाल चन्दन का टीका लगाएं।
- कोई भी मंगल कार्य शुरू करने के लिए अच्छा दिन है। जैसे गृह प्रवेश, विवाह इत्यादि।
- रविवार के दिन आप पूर्व, उत्तर तथा अग्निकोण दिशा की यात्रा कर सकते हैं।
- सोना या तांबा की खरीदारी कर सकते हैं तथा इस दिन पर इन धातुओं को धारण करना भी शुभ माना जाता है।
उपाय: अपनी कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत करने के लिए गुड़ तथा चावल जल में प्रवाहित करें तथा अच्छे कर्म करें।
सोमवार
सोमवार को भगवान शिव का दिन कहा जाता है। वैसे लोग जो स्वभाव से अधिक उग्र है, उन्हें सोमवार के दिन उपवास रखना चाहिए। इससे उनकी उग्रता धीरे-धीरे कम हो जाएगी।
इस दिन क्या करें
- सोमवार को निवेश के लिए अच्छा दिन माना गया है।
- यदि आप सोना, चांदी या शेयर बाजार में निवेश करने की सोच रहे हैं तो सोमवार का दिन उपयुक्त है।
- इस दिन व्यक्ति दक्षिण तथा पश्चिम दिशा में यात्रा कर सकते हैं।
- शपथ ग्रहण, राज्याभिषेक या नौकरी शुरू करने के लिए शुभ दिन है।
- सोमवार के दिन कृषि कार्य या लेखन कार्य का शुभारंभ करना उचित है।
- दुग्ध तथा घी का क्रय-विक्रय कर सकते हैं।
उपाय: यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति ठीक नहीं है तो, वह सफेद वस्त्र धारण कर एवं श्वेत चंदन का तिलक करें। इससे चन्द्रमा की स्थिति मजबूत होगी।
मंगलवार
मूल रूप से मंगलवार का दिन संकटमोचन श्री हनुमानजी का दिन है। यदि आप अपने सभी कार्य परिणाम अच्छा देखना चाहते हैं तो, मंगलवार के दिन का व्रत रखें।
इस दिन क्या करें
- मंगलवार के दिन लाल चंदन या चमेली के तेल में मिश्रित सिन्दूर लगाएं।
- मंगलवार ब्रह्मचर्य का दिन है। यह दिन शक्ति एकत्रित करने का दिन है।
- दक्षिण, पूर्व दिशा में यात्रा कर सकते हैं।
- शस्त्र अभ्यास, शौर्य के कार्य, विवाह कार्य या मुकदमे का आरंभ करने के लिए मंगलवार का दिन उचित दिन है।
- बिजली से संबंधित वस्तुओं का क्रय-विक्रय कर सकते हैं।
- यदि आपके ऊपर किसी प्रकार का कोई ऋण है तो, मंगलवार के दिन उसको चुकता करना अच्छा माना जाता है। यदि आप इस दिन ऋण चुकता करते हैं तो फिर दोबारा ऋण लेने की परिस्थिति भी नहीं बनती है।
उपाय: कुंडली में मंगल की स्थिति ठीक नहीं हो तो या व्यक्ति मांगलिक हो तो वह व्यक्ति मंगलवार को मसूर की दाल का उपयोग करे।
बुधवार
बुधवार की प्रकृति चर और सौम्य मानी गई है। बुधवार भगवान गणेश तथा माँ दुर्गा का दिन माना जाता है। बुधवार का दिन बुद्धि प्राप्ति का दिन माना जाता है, इसलिए ऐसा भी माना जाता है कि बुधवार के दिन व्रत रखने से बुद्धि का विकास होता है।
इस दिन निम्न कार्य करें
- बुधवार के दिन सूखे सिंदूर का तिलक लगाएं।
- यदि संभव हो तो, आपको प्रत्येक बुधवार को दुर्गा मंदिर जाना चाहिए।
- बुधवार के दिन आप पूर्व, दक्षिण तथा नैऋत्य दिशा में यात्रा कर सकते हैं।
- ज्योतिष तथा शेयर बाजार जैसे कार्यों के लिए भी यह दिन शुभ माना गया है।
उपाय: कुंडली में बुध की स्थिति ठीक न हो तो साबुत मूंग खाएं तथा हरे कपड़े भी धारण करें। मंगलवार की रात मूंग भिगोकर रखें तथा बुधवार को प्रात: वही मूंग जानवरों को खिलाएं। जिस व्यक्ति की कुंडली में राहू की स्थिति अच्छी न हो तो, वो व्यक्ति नीले या काले-कपड़े इस दिन धारण न करें।
गुरुवार
बृहस्पतिवार या गुरुवार को ब्रह्मा और बृहस्पति का दिन माना गया है। कई जगहों पर गुरुवार को रविवार से भी श्रेष्ठ तथा पवित्र दिन माना गया है। जिन लोगों का मन स्थिर नहीं रहता, उनको इस दिन का व्रत रखना चाहिए।
इस दिन निम्न कार्य करने से होंगे लाभ
- आप इस दिन सफेद चंदन, हल्दी या गोरोचन का तिलक लगाएं। इससे मन शांत रहता है।
- यदि आप किसी तरह की बुरी लत से परेशान हैं तथा उसे छोड़ना चाहते हैं तो उसके लिए ये अति उत्तम दिन होगा।
- ऐसा कहा जाता है कि गुरुवार के दिन पापों का प्रायश्चित करने से पाप नष्ट हो जाते हैं, क्योंकि गुरुवार का दिन देवी-देवताओं तथा उनके गुरु बृहस्पति का दिन होता है।
- इस दिन उत्तर, पूर्व, ईशान दिशा में यात्रा करना शुभ साबित हो सकता है।
- धार्मिक, मांगलिक, प्रशासनिक, शिक्षण और रचनात्मक कार्यों के लिए गुरुवार का दिन अत्यंत शुभ है।ना जाता है। शुक्रवार दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य का भी दिन होता है। शीघ्रपतन तथा संभोग संबंधी परेशानी को दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन उपवास रखना चाहिए, क्योंकि यह दिन ओज तथा तेजस्विता का दिन होता है।
उपाय:कुंडली में गुरु की स्थिति को ठीक करने के लिए ब्राह्मण को पीले वस्त्र दान करें। जैसे आप कढ़ी-चावल जरूरतमंद लोगों को खिला सकते हैं तथा स्वयं भी खा सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में केतु की स्थिति ठीक न हो तो वह केसर का सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से केतु स्थिति में सुधार होगा।
शुक्रवार
शुक्रवार को माता लक्ष्मी तथा माँ काली का दिन मां आभूषण, श्रृंगार, सुगंधित पदार्थ, वस्त्र, वाहन, चांदी आदि के क्रय-विक्रय के लिए भी यह दिन उचित दिन साबित होगा।
निम्न कार्य करने से लाभ प्राप्त होंगे
- इस दिन अपने माथे पर लाल चंदन का टीका लगाएं।
- आप पूर्व, उत्तर और ईशान दिशा की ओर यात्रा कर सकते हैं।
- नृत्य, कला, गायन, संगीत आदि जैसे रचनात्मक कार्य की शुरुआत इस दिन से की जा सकती है।
- इस दिन सोने तथा तांबे का क्रय-विक्रय कर सकते हैं। इस दिन व्यापारिक लाभ की भी संभावना है।
उपाय: यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र की स्थिति ठीक नहीं है तो, वैसे व्यक्ति गाय की सेवा करें। दही तथा लाल ज्वार मंदिर में चढ़ाए।
शनिवार
शनिवार का दिन भगवान भैरव तथा शनि का दिन होता है। अपने जीवन से समस्त दुःखों एवं परेशानियों को दूर करने के लिए शनिवार के दिन उपवास रखें।
निम्न कार्य करने से लाभ प्राप्त होंगे
- अपने माथे पर विभूति, भस्म या लाल चंदन का टीका लगाएं।
- गुरुवार के बाद शनिवार के दिन को भी क्षमा मांगने का दिन माना जाता है।
- आप इस दिन पश्चिम तथा दक्षिण दिशा में यात्रा कर सकते हैं।
- भवन निर्माण का कार्य आरंभ कर सकते हैं, तकनीकी कार्य, शल्यक्रिया के कार्य के लिए यह दिन एक उचित दिन साबित हो सकता है।
- प्लास्टिक, तेल, पेट्रोल, लकड़ी, सीमेंट आदि के क्रय-विक्रय के लिए यह दिन शुभ दिन साबित हो सकता है।
उपाय: किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति ठीक न हो तो, वह व्यक्ति शनिवार के दिन शराब, काले उड़द, मांस, अंडे आदि का उपयोग न करें। शनिवार के दिन काले कपड़े का दान करें। जिस व्यक्ति कुंडली में राहू की स्थिति ठीक न हो तो, वह व्यक्ति नीले या काले कपड़े शनिवार के दिन धारण न करें।
Share article:
और देखें
पितृ पक्ष
पितृ पक्ष: जानिए पितृ पक्ष का महत्व और कैसे आप पूर्वजों को सम्मानित कर सकते हैं
दीपावली
Diwali & Bhai dooj 2023: शुभ मुहूर्त और सही पूजा विधि के साथ मनाएं दिवाली लक्ष्मी पूजन से भाई दूज तक का खास पर्व !!
वैदिक ज्योतिष
सूर्य का कुंभ राशि में गोचर 2023: आपकी राशि पर इसका प्रभाव और उपाय
स्वास्थ्य
नौ ग्रहों के असंतुलन से उत्पन्न स्वास्थ्य समस्याएं और उनके ज्योतिषीय समाधान
वैदिक ज्योतिष
नवमांश कुंडली: आपकी राशि के 9वें भाव का अंश D9
24 घंटे के अंदर पाएं अपना विस्तृत जन्म-कुंडली फल उपाय सहित
आनेवाला वर्ष आपके लिए कैसा होगा जानें वर्षफल रिपोर्ट से
वैदिक ऋषि के प्रधान अनुभवी ज्योतिषी से जानें अपने प्रश्नों के उत्तर
विशेष लेख
वैदिक ज्योतिष
महाशिवरात्रि
सूर्य ग्रहण