किस राशि का शनि है आपकी कुंडली में, जानिए इसके प्रभाव के बारे में

लोग ऐसा मानते हैं कि शनि क्रूर और पापी ग्रह है; किन्तु ऐसा मानना बिल्कुल ठीक नहीं है।शनि का हमारे जीवन में एक अलग महत्व होता है क्योंकि वो हमारे कर्मों के आधार पर हमें फल प्रदान करते हैं। इस प्रकार शनि हमें सही मार्ग चुनने तथा अपने जीवन की कठिनाई को स्वयं दूर करने की आतंरिक शक्ति प्रदान करते हैं।
किसी भी व्यक्ति के जीवन में सही चुनाव करना आवश्यक होता है, जैसे हम क्या कर रहे हैं, किस संदर्भ में कर रहे हैं इस बात का चुनाव ही आपके जीवन के आगे की स्थिति को तय करता है।
आपकी कुंडली की जिस राशि में शनि उपस्थित है वही आपकी शनि राशि होगी और यह आपको क्षमता प्रदान करेगी ताकि आप चुनौतियों का सामना मजबूती से कर पाए।
प्रत्येक राशि में शनि की उपस्थिति
मेष राशि में शनि a
मेष राशि का कारक अग्नि को माना जाता है। मेष राशि में शनि की उपस्थिति आपको साहसी, दृढ़ और महत्वाकांक्षी बनाता है। इस राशि में शनि की उपस्थिति आपको सोचने की अच्छी क्षमता प्रदान करता है।
बस आपको उसका उपयोग सही दिशा में करने आना चाहिए। किसी भी कार्य को करने से पहले सोच लें और अपने लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश करें।
वृषभ राशि में शनि b
वृषभ राशि में शनि की उपस्थिति आपको आर्थिक और राजनीतिक रूप से मजबूत बनाती है। आप अपने जीवन में किसी भी प्रकार का समझौता करने के लिए नहीं बने, चाहे स्थान हो, चाहे प्रोजेक्ट हो, आप वही करते हैं जो आपने तय कर रखा है।
आपका जिद्दी स्वभाव आपको दृढ इच्छाशक्ति प्रदान करता है जिससे आप स्वयं में सर्वश्रेष्ठ की तलाश करेंगे। प्रतिदिन ध्यान करने से आपको अपने क्रोध को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी। साथ ही अपने सपनों को पूरा करने की क्षमता भी शनि आपको प्रदान करेंगे।
मिथुन राशि में शनि c
मिथुन राशि में शनि की उपस्थिति आपको किसी भी कार्य को अच्छे तरीके से पूरा करने की क्षमता प्रदान करती है। मिथुन राशि आपको बुद्धिमान बनाता है जिससे आप किसी भी विषय जैसे गणित, साहित्य तथा अन्य विषयों में बहुत अच्छा कर सकते हैं।
इस राशि में शनि की उपस्थिति आपको अत्यंत ऊर्जावान बनाती है लेकिन आपको उस ऊर्जा को सही दिशा में मोड़ने की आवश्यकता है। यदि आप अपनी ऊर्जा का उपयोग सही दिशा में सही तरीके से करेंगे तो आप बहुत आगे तक जा सकते हैं।
कर्क राशि में शनि d
कर्क राशि में शनि की उपस्थिति से आप बहुत कुछ सीखेंगे और अपने जीवन में बहुत अच्छा करेंगे। यह स्थिति आपको जीवन में उच्चतम गुणों को विकसित करने के लिए प्रेरित करती है। कर्क भावना का प्रतीक है और शनि संयम का ग्रह है। इस राशि में शनि की उपस्थिति के कारण आपके लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी कि आप स्वयं को बहुत अच्छे से व्यक्त नहीं कर पायेंगे।
अपनी छिपी हुई भावना को व्यक्त करने की कोशिश करें किसी मित्र से बात करें या लोगों के साथ बाहर जायें। ऐसा करने से आपको अच्छा महसूस होगा। यदि आपको लोगों से बात करना सहज नहीं लगता तो अपने विचारों को लिखना शुरू करें ऐसा करने से आपके मन से नकारात्मक भावना दूर होगी और आपको सकारात्मक रहने में मदद मिलेगी।
सिंह राशि में शनि e
सिंह राशि में शनि की उपस्थिति आपको गंभीरता के साथ थोड़ी मौज-मस्ती के अवसर भी प्रदान करती है। वास्तव में सिंह का अर्थ शेर होता है जो जंगल का राजा माना जाता है और इस राशि में शनि की उपस्थिति आपको दृढ इच्छाशक्ति प्रदान करती है।
आपका हृदय अत्यंत उदार है और चाहे गरीब लोगों की मदद करना हो या किसी भी जरूरतमंदों को सहायता प्रदान करना हो, आप हमेशा सबकी सहायता के लिए तैयार रहते हैं। आपका उदार स्वभाव ही आपकी पहचान है। अपने शत्रुओं से सावधान रहें और जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लें।
कन्या राशि में शनि f
कन्या राशि में शनि की उपस्थिति सावधानी का प्रतीक है और शनि परिश्रम का ग्रह है। इस राशि में शनि की उपस्थिति आपको प्राकृतिक सोच तो प्रदान करता है लेकिन इससे आपकी चिंताएं दूर नहीं होगी। आपकी चिंता आपको परेशानी में डाल सकती है।
कन्या राशि में शनि की उपस्थिति आपके आत्मविश्वास को जगाता है और आपको खुशमिजाज स्वभाव का व्यक्ति बनने में आपकी मदद करता है। स्वास्थ्य की जब बात आती है तो आपको अपने पेट का ध्यान रखना चाहिए और किसी भी विषय पर अधिक सोचने से बचना चाहिए।
तुला राशि में शनि g
तुला राशि में शनि की उपस्थिति से आपके जीवन में संतुलन बना रहता है और ये आपके सौंदर्य तथा बौद्धिक प्रवृत्ति को भी दर्शाता है। तुला गतिशील राशि है और ये आपके अस्थिर दिमाग को भी दर्शाता है। आपकी रूचि अलग-अलग विषयों में होगी जैसे विज्ञान, कानून या अन्य बौद्धिक गतिविधियों में हो सकती है।
किसी भी व्यक्ति के साथ बहस करने से बचें। तुला राशि में शनि की उपस्थिति अक्सर कठिन संबंधों का सूचक होता है, इसलिए आपको अपने संबंधी तथा अपने मित्रों के साथ प्रेम से पेश आना चाहिए और किसी भी प्रकार से अगर उनके साथ संबंध ठीक नहीं हो पा रहे हैं तो कुछ समय के लिए उनसे दूर चले जायें।
वृश्चिक राशि में शनि h
वृश्चिक राशि जल का प्रतिनिधित्व करता है और ये राशि चक्र के सबसे भावुक राशियों में से एक है। आप जो भी कार्य करते हैं या करने वाले होते हैं, उन कार्यो के प्रति अत्यंत उत्साहित रहते हैं। इस राशि में शनि की उपस्थिति आपको हर तरफ से संपन्न होने में मदद करता है लेकिन आप स्वभाव से थोड़े ईर्ष्यालु भी हो सकते हैं।
ये स्थिति आपको दृढ़ता प्रदान करता है जिसके कारण आप किसी भी कार्य को पूरा करने का हौसला रखते हैं। अपने लक्ष्य को लेकर आपने जो भी सोचा है यदि आप उस लक्ष्य पर कायम रहते हैं, तो एक दिन आपको वह अवश्य प्राप्त होगा।
धनु राशि में शनि i
धनु राशि अग्नि के साथ-साथ बुद्धि, दर्शन और अनंत अभिव्यक्ति का प्रतीक है। आप स्वभाव से निडर और शुद्ध विचारधारा वाले व्यक्ति भी हैं। आपके इस स्वभाव के साथ शनि का समर्थन आपको किसी भी प्रकार के सार्वजनिक मामलों से निपटने में सहायता प्रदान करेगा।
विरोध स्वाभाविक है, लेकिन जब लोग आपके विचारों का विरोध करें तो आपको उनसे निपटना आना चाहिए। जीवन में आयी चुनौती आपको शक्तिशाली बनाएगी और आपके अंतर्ज्ञान का पता लगाने में भी आपकी मदद करेगी।
मकर राशि में शनि j
मकर राशि परिवर्तन का प्रतीक है। आपकी कुंडली में यदि शनि मकर राशि में उपस्थित है तो यह एक उत्कृष्ट स्थिति है और आपको महान मानसिक क्षमता प्रदान करती है। आप जीवन और मृत्यु जैसे मुद्दों पर गहराई से विचार करते हैं और यह मुद्दे आपको कई बार चिंतित भी कर देते हैं।
आशावादी लोगों के बीच रहने से आप अपनी चिंताओं से आसानी से निपट सकते हैं। ऐसे लोगों से मित्रता करने से बचें जो विश्वास करने के लायक न हो।
कुंभ राशि में शनि k
कुंभ राशि आपको बौद्धिक होने के साथ-साथ अच्छा वक्ता होने में भी सहायता प्रदान करता है इस राशि में शनि की उपस्थिति आपको अविष्कारशील और बुद्धिमान व्यक्ति बनाता है। आप स्वभाव से मिलनसार हैं और लोगों को प्रभावित करने का स्वभाविक तरीका जानते हैं।
यदि आप अपने अंतर्ज्ञान का उपयोग करते हैं, अपने उद्देश्य को व्यापक बनाते हैं, और एक सार्वजानिक उद्देश्य के लिए लोगों को एक साथ लाने की दिशा में काम करते हैं, तो यह स्थिति आपको बहुत अच्छे परिणाम देगी।
मीन राशि में शनि l
मीन राशि में शनि की उपस्थिति आपको भावनात्मक बनाती है। आपकी कुंडली की यह स्थिति आपको कुछ शानदार गुण प्रदान करती है किन्तु आपको स्वयं में कुछ सुधार भी करने चाहिए। आप भावनात्मक रूप से मजबूत हैं और यही आपकी सबसे बड़ी ताकत हैं।
किसी भी प्रकार की परेशानी हो आप उसके समाधान को ढूंढने में सक्षम हैं और उसका व्यावहारिक तरीका भी जानते हैं। यदि आप दृढ़ता और निडरता के साथ अपने लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश करते हैं तो आपको अच्छे परिणाम अवश्य प्राप्त होंगे। कोई छोटा कार्य हो या बड़ा, जो भी कार्य हो अगर आप उसको शुरू करते हैं तो उसे पूरा भी अवश्य करें।
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